नई दिल्ली, एएनआइ। लोकसभा में पास कराने के बाद सरकार ने तीन तलाक बिल (Triple Talaq Bill) को राज्यसभा में पेश किया है। केन्द्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बिल को पेश किया। राज्यसभा में बिल पर चार घंटे तक चर्चा होगी। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने अपने सांसदों को सदन में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी किय है। वहीं बीजेडी ने तीन तलाक बिल को समर्थन देने की बात कही है।
लंच ब्रेक के लिए राज्यसभा में हंगामा
राज्यसभा में लंच ब्रेक के लिए हंगामा हुआ। विपक्षी लंच ब्रेक की मांग कर रहा था, जबकि उपसभापति ने कहा कि लंच के लिए सदन स्थगित नहीं होगा और लगातार बिल पर चर्चा होगी। इसके बाद लंच के लिए सदन की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी गई है।
गलत करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा
भारतीय जनता पार्टी की तरफ से मुख्तार अब्बास नकवी ने बिल पर बोलते हुए कहा कि जब आप महिलाओं के साथ गलत काम कर रहे हैं तो आपको क्यों बख्शा जाए? बात चली की पति जेल जाएगा तो क्या होगा? पति ऐसा कोई काम करे ही क्यों ताकि जेल जाने की नौबत आए। हमने तमाम कुरीतियों को खत्म करने के लिए कानून बनाने पर जोर दिया है।
राज्यसभा से जेडीयू का वॉकआउट
जेडीयू ने राज्यसभा में बिल का विरोध किया। जेडीयू सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि यह सवाल महिला सशक्तिकरण का है लेकिन इसपर बड़े पैमाने पर बड़े स्तर पर जागरूकता की जरूरत है।उन्होंने कहा कि हर पार्टी की एक विचारधारा है और उसके पालन के लिए वह स्वतंत्र है।
कांग्रेस को 42 मिनट का समय
तीन तलाक पर कांग्रेस को अपना पक्ष रखने के लिए 42 मिनट का समय मिला है। बिल के विरोध में गुजरात से कांग्रेस सांसद अमी याज्ञिक ने बोलते हुए कहा कि यह बिल सिर्फ एक महिला नहीं बल्कि उसके पूरे परिवार से जुड़ा हुआ है। आपने इसे क्रिमिनल ज्यूरिस्प्रूडेंस में डाल दिया। आपने मजिस्ट्रेट के कोर्ट में महिला को ढ़केल दिया। आपने फैमिली के लिए अब उसे मजिस्ट्रेट कोर्ट में जाने पर मजबूर कर दिया। ये किसी एक समुदाय का मुद्दा नहीं है। ये हर समुदाय का मामला है और सिर्फ भारतीय नहीं, बल्कि एनआरआई शादियों में भी होता है। यह सिर्फ एक समुदाय की बात नहीं है
ajya Sabha Live: कानून मंत्री ने पेश किया तीन तलाक बिल, बोले- वोट बैंक नहीं, नारी न्याय का सवाल
Publish Date:Tue, 30 Jul 2019 12:56 PM (IST)